ब्लॉग सपने शशि में आप पढ़ेंगे जीवन के रंग अभिव्यक्ति के संग.. प्रेरक कहानियाँ, लेख और साहित्यिक रचनाओं का संसार ।आपका अपना संसार ।
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Saturday, November 2, 2013
जगमग दीपावली के कुछ यह भी रंग ......................... !
माहिया - 1 फिर आयी दीवाली झिलमिल दीप जले झूम रही हर डाली . 2 कण- कण है में बिखरी दीपों की आभा यह रजनी भी निखरी . 3 रंगोली द्वार खिली राह तके लड़ियाँ घर खुशियाँ आन मिली। 4 गूँज रही किलकारी झूम रही बगिया ममता भी बलिहारी
हाइकु --
1 जीवन साथी सुख -दुःख , लड़ियाँ दिया औ बाती। 2 दीप भी जले खुशियाँ घर आईं संग तुम्हारे । 3 आशा की ज्योत हर घर रौशन नेह दीपक । 4 झूमे रौशनी धरती पे उतरी दीप चाँदनी। ५ जलती बाती अँधेरों से लड़ता रौशन दिया।
-- सेदोका 1 यादों के दीप फिर हिय में जले सलोने उजियारे , भीगी चाँदनी खिल उठा चाँद मन के अंधियारे । 2 अखंड दीप जीवन ,पथ पर हाँ ,माँ ने जलाया, संस्कारों की लौ महकता आशीष तिमिर को मिटाया । ३१ /१० /१३
:-- शशि पुरवार
सभी मित्रो , ब्लोगर परिवार को दीपावली कि हार्दिक शुभकामनाये , जीवन में खुशियां सदैव जगमगाती रहे। अपने टिपणी से आपके आगमन कि सुचना दे , जिससे जल्दी से। ............. दोस्तों समय मिलते ही आपसे आपके ब्लॉग पर मिलने जरुर आउंगी , यह वादा है --- स्नेह बनाये रखें
कमाल की तीनो रचनाएं, बहुत सुंदर प्रस्तुति ,,, दीपावली की हार्दिक बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ ।। ================================== RECENT POST -: तुलसी बिन सून लगे अंगना
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! -- आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार (03-11-2013) "बरस रहा है नूर" : चर्चामंच : चर्चा अंक : 1418 पर भी है! -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का उपयोग किसी पत्रिका में किया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- प्रकाशोत्सव दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
तीनो रचनाएं बहुत सुन्दर हैं -बधाई |दिवाली कि हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDeleteनई पोस्ट हम-तुम अकेले
बहुत सुन्दर.दीपावली की शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteनई पोस्ट : दीप एक : रंग अनेक
आपकी यह पोस्ट आज के (०२ नवम्बर, २०१३) ब्लॉग बुलेटिन - ये यादें......दिवाली या दिवाला ? पर प्रस्तुत की जा रही है | बधाई
ReplyDeleteकमाल की तीनो रचनाएं,
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रस्तुति ,,,
दीपावली की हार्दिक बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ ।।
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RECENT POST -: तुलसी बिन सून लगे अंगना
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार (03-11-2013) "बरस रहा है नूर" : चर्चामंच : चर्चा अंक : 1418 पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का उपयोग किसी पत्रिका में किया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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प्रकाशोत्सव दीपावली की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत सुंदर दीपोत्सव शुभ हो !
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति ।।
ReplyDeleteआपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं ।।
वाह!!! बहुत सुंदर !!!!!
ReplyDeleteउत्कृष्ट प्रस्तुति
बधाई--
उजाले पर्व की उजली शुभकामनाएं-----
आंगन में सुखों के अनन्त दीपक जगमगाते रहें------
सभी प्रस्तुतियां बहुत सुन्दर...दीपोत्सव की हार्दिक मंगलकामनाएं!
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