Sapne (सपने )

हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..

▼
Wednesday, September 13, 2023

समीक्षा -- है न -

›
  शशि पुरवार  Shashipurwar@gmail.com समीक्षा है न - मुकेश कुमार सिन्हा  है ना “ मुकेश कुमार सिन्हा का काव्य संग्रह  जिसमें प्रेम के विविध रं...
4 comments:
Monday, May 29, 2023

न झुकाऒ तुम निगाहे कहीं रात ढल न जाये .....

›
यूँ  न मुझसे रूठ  जाओ  मेरी जाँ निकल न जाये  तेरे इश्क का जखीरा मेरा दिल पिघल न जाये मेरी नज्म में गड़े है तेरे प्यार के कसीदे मै जुबाँ...
22 comments:
Monday, March 13, 2023

नारी! तुम केवल श्रद्धा हो

›
जय शंकर प्रसाद "फूलों की कोमल पंखुडियाँ बिखरें जिसके अभिनंदन में। मकरंद मिलाती हों अपना स्वागत के कुंकुम चंदन में। कोमल किसलय मर्मर-रव...
4 comments:
Saturday, March 11, 2023

हाय, मानवी रही न नारी

›
  सुमित्रा नंदन पंत हाय , मानवी रही न नारी लज्जा से अवगुंठित , वह नर की लालस प्रतिमा , शोभा सज्जा से निर्मित ! युग युग की वंदिनी , देह की का...
1 comment:
Thursday, March 9, 2023

मैं नीर भरी दुख की बदली!

›
महादेवी वर्मा  मैं नीर भरी दुख की बदली! स्पन्दन में चिर निस्पन्द बसा क्रन्दन में आहत विश्व हँसा नयनों में दीपक से जलते, पलकों में निर्झारिणी...
1 comment:
Wednesday, March 8, 2023

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती

›
नमस्कार दोस्तों  आज आपके लिए सोहन लाल द्विवेदी जी का गीत प्रस्तुत कर रही हूँ ,   समय कैसा भी हो लेकिन कोशिशें जारी रहनी चाहिए।   अब हाजिर हू...
Wednesday, June 8, 2022

तोड़ती पत्थर

›
तोड़ती पत्थर वह तोड़ती पत्थर; देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर- वह तोड़ती पत्थर। कोई न छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार; श्याम तन,...
6 comments:
Thursday, March 17, 2022

गंधों भीगा दिन

›
हरियाली है खेत में, अधरों पर मुस्कान रोटी खातिर तन जला, बूँद बूँद हलकान अधरों पर मुस्कान ज्यूँ , नैनों में है गीत रंग गुलाबी फूल के, गंध बिख...
16 comments:
Tuesday, March 8, 2022

बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु! निराला

›
आज आपके साथ साझा करते हैं निराला जी का बेहद सुंदर नवगीत जो प्रकृति के ऊपर लिखा गया है, लेकिन यह किसी नायिका का प्रतीत होता है.  निराला बाँधो...
3 comments:
Sunday, March 6, 2022

महक उठी अँगनाई - shashi purwar

›
चम्पा चटकी इधर डाल पर महक उठी अँगनाई उषाकाल नित धूप तिहारे चम्पा को सहलाए पवन फागुनी लोरी गाकर फिर ले रही बलाएँ निंदिया आई अखियों में और सपन...
6 comments:
Friday, March 4, 2022

छैल छबीली फागुनी - shashi purwar

›
छैल छबीली फागुनी, मन मयूर मकरंद ढोल, मँजीरे, दादरा, बजे ह्रदय में छंद। 1 मौसम ने पाती लिखी, उड़ा गुलाबी रंग पात पात फागुन धरे, उत्स...
7 comments:
Sunday, February 27, 2022

चलना हमारा काम है- शिवमंगल सिंह सुमन

›
 नमस्कार मित्रों आज से एक नया खंड प्रारंभ कर रही हूं जिसमें हम हमारे हस्ताक्षरों की खूबसूरत रचनाओं का आनंद लेंगे. इसी क्रम में आज शुरुआत करत...
9 comments:
Tuesday, August 24, 2021

झील में चंदा

›
    1 नदिया -  तीरे झील में उतरता हौले से चंदा 2 बहती नदी आँचल में समेटे जीवन सदी 2 सुख और दुख नदी के दो किनारे खुली किताब 3 सुख की धारा रीत...
15 comments:
Saturday, January 2, 2021

उम्मीद के ठिकाने

›
  साल नूतन आ गया है  नव उमंगों को सजाने  आस के उम्मीद के फिर  बन रहें हैं नव ठिकाने भोर की पहली किरण भी  आस मन में है जगाती एक कतरा धूप भी, ...
16 comments:
Tuesday, November 10, 2020

एक स्त्री ....

›
  एक स्त्री  अपना सब कुछ न्यौछावर कर देती  एक स्त्री पुरुष के बिना कहे  उसकी हर छोटी ज़रूरतों  का ध्यान रखती है  वही स्त्री पुरुष द्वारा  हि...
13 comments:
Sunday, November 1, 2020

कोरोना वायरस बदलती युवाओं की जीवन शैली

›
कोविड-19 महामारी के कारण  विश्वभर में हालात काफी  बदलें हैं . वहीं युवाओं की जीवन शैली में काफी बदलाव आया है . उनके जीने का नजरिया बदलने लग...
8 comments:
Tuesday, August 11, 2020

चाय पीने के अरमान

›
कुल्लड़ वाली चाय यह मन को है ललचाय दूध मलाई जब डले स्वाद अमृत बन जाए कुल्लड़ वाली चाय की, सोंधी सोंधी गंध और इलाइची साथ में,पीने का आ...
10 comments:
Tuesday, August 4, 2020

नया आकाश - धारावाहिक कहानी भाग २

›
अकेलापन सताने लगा था। प्रणव से दो शब्द सुनने की आशा में उमंगो की कलियाँ मुरझा जाती थी। कभी कुछ पूछो तो जबाब भर ही मिलता था. यहाँ तक...
1 comment:
›
Home
View web version

about me

My photo
shashi purwar
नाम: शशि पुरवार।(100Women’s Achievers Of India ) जन्मतिथि: 22 जून1973ई0।जन्मस्थान: इंदौर,मध्यप्रदेश। शिक्षा: स्नातक-बी.एस-सी.विज्ञान। स्नातकोत्तर- एम.ए.राजनीति,दे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय,इंदौर) तीन वर्षीय हानर्स डिप्लोमाइन कम्प्यूटर साफ्टवेयरएंडमै नेजमेंटभाषाज्ञान-हिंदी, मराठी, अंग्रेजी सम्प्रति- लेखिका,स्वतंत्रलेखन,स्तंभकार प्रकाशितसाहित्य- १-व्यंग्यकीघुड़दौड़(व्यंग्यसंग्रह) २- धूपआँगनकी -( गद्यएवंपद्यसंपूर्णसाहित्य)३-मनकाचौबारा( काव्यसंग्रह) ४- जोगनीगंध(हाइकुसंग्रह )५- भीड़काहिस्सानही(गीत-नवगीतसंग्रह). अप्रकाशित साहित्य- 1) दोहासंग्रह, 2 ) कहानीसंग्रह, 3) समिक्षासंग्रह, 4) लेखसंग्रह. अनगिनत सम्मानों समेत कुछ - हिंदी विद्यापीठ भागलपुर : 'विद्यावाचस्पति सम्मान' ,* 'मिनिस्ट्री ऑफ़ वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट' द्वारा भारत की 100 women's Achievers of India 2016 सम्मान , * महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी जी के कर कमलों द्वारा सम्मानित - १०० महिला अचीवर्स सम्मान , 'हरिशंकर परसाई स्मृति सम्मान' 2016 , - Best Blogger Of the Month ( 2016 ) contact - shashipurwar@gmail.com
View my complete profile
Powered by Blogger.