Sapne (सपने )
हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..
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Thursday, March 9, 2023
मैं नीर भरी दुख की बदली!
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महादेवी वर्मा मैं नीर भरी दुख की बदली! स्पन्दन में चिर निस्पन्द बसा क्रन्दन में आहत विश्व हँसा नयनों में दीपक से जलते, पलकों में निर्झारिणी...
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Monday, January 30, 2017
बेटी घर की शान
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1 माँ बाबा की लाडली, वह जीवन की शान ममता को होता सदा, बेटी पर अभिमान। 2 बेटी ही करती रही, घर- अँगना गुलजार मन की शीतल चाँदनी, ...
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