Sapne (सपने )
हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..
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Thursday, March 9, 2023
मैं नीर भरी दुख की बदली!
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महादेवी वर्मा मैं नीर भरी दुख की बदली! स्पन्दन में चिर निस्पन्द बसा क्रन्दन में आहत विश्व हँसा नयनों में दीपक से जलते, पलकों में निर्झारिणी...
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Thursday, March 17, 2022
गंधों भीगा दिन
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हरियाली है खेत में, अधरों पर मुस्कान रोटी खातिर तन जला, बूँद बूँद हलकान अधरों पर मुस्कान ज्यूँ , नैनों में है गीत रंग गुलाबी फूल के, गंध बिख...
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