Sapne (सपने )
हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..
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Monday, March 26, 2018
प्रेम नगर अपवाद
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तन इक मायाजाल है, जीवन का परिधान मन सुन्दर अमृत कलशा,तन माटी प्रतिमान1 ढोंगी ने चोला पहन, खूब करे पाखंड भगवा वस्त्रों को मिला, कलुषि...
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Tuesday, March 20, 2018
मूर्खता की परछाई
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समय के साथ सब बदल जाता है। यह परम सत्य है। आदमी पहले दूसरों को मूर्ख बनाता था। आज खुद को मूर्ख बनाता है। आज मेरी मुलाकात अपनी ही परछाई ...
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Sunday, March 18, 2018
माँ हृदय की झंकार में -
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माँ बसी हो, तुम हृदय की साज में, झंकार में चेतना जागृत करो माँ इस पतित संसार में. आस्था का एक दीपक द्वार तेरे रख दिया ज्योत...
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Friday, March 9, 2018
मन की उड़ान
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१ दो पल की है जिंदगी, आगा पीछा छोड़ हँसकर जी ले तू जरा, मन के बंधन तोड़ २ सरपट दौड़ी रेलगाड़ी , छोड़ समय की डोर मन ने भरी उड़ान फिर , शब्द ...
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Thursday, February 22, 2018
भोर सुहानी
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1 भोर सुहानी सुरमयी, पीत वर्ण श्रृंगार हल्दी के थापे लगे, फूलों खिली बहार 2 भोर नर्तकी आ गयी, जगा धूप ग...
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Thursday, February 8, 2018
बिन माँगी सलाह
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बिन माँगी सलाह हमारे देश में कभी भी कहीं भी मिल जाती है। कौन से दो पैसे लगेंगे। वैसे भी लोगों को मुफ्तखोरी की आदत पड़ी हुई है। मुफ्त की...
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Friday, January 26, 2018
हिंदी की चिन्दी
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हिंदी दिवस की तैयारी पूरे जोश - खरोश के साथ की जा रही थी। आजकल हर वस्तु छोटी होती जा रही है। मिनी कपडे। मिनी वस्तुएँ। हर वस्तु छोटी ...
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Friday, January 12, 2018
बदल गए हालात
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अम्बर जितनी ख्वाहिशें,सागर तल सी प्यास छोटी सी यह जिंदगी, न होती उपन्यास 1 पतझर में झरने लगे, ज्यों शाखों से पात ममता जर्जर हो गयी , ...
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Thursday, January 4, 2018
साल नूतन
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साल नूतन आ गया है नव उमंगों को सजाने आस के उम्मीद के फिर बन रहें हैं नव ठिकाने भोर की पहली किरण भी आस मन में है जगाती एक कतरा धूप भ...
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