हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..
बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा कल - बुधवार - 2/10/2013 को जो जनता के लिए लिखेगा, वही इतिहास में बना रहेगा- हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः28 पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया पधारें, सादर .... Darshan jangra
बेहद उम्दा..
आपकी लिखी रचना की ये चन्द पंक्तियाँ.........आज से रस्ता हमारा और है साथ चलने का इशारा और है चल रही ऐसी यहाँ पर आंधियाँ घर का बिखरा ये नजारा और है बुधवार 02/10/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in को आलोकित करेगी.... आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....लिंक में आपका स्वागत है ..........धन्यवाद!
सुंदर पोस्ट विजय दशमी की बधाई
बहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति.........
लाजवाब!सादर
आपकी यह रचना कल बुधवार (02-10-2013) को ब्लॉग प्रसारण : 134 पर लिंक की गई है कृपया पधारें.सादर सरिता भाटिया
बहुत बढ़िया,सुंदर गजल !RECENT POST : मर्ज जो अच्छा नहीं होता.
bahut umda likha hai.. adarniya badhai ..
हौसला बना रहे, जीवन ऊर्जामय बना रहता है।
बहुत उम्दा अभिव्यक्ति !नवीनतम पोस्ट मिट्टी का खिलौना !नई पोस्ट साधू या शैतान
हर ख़ुशी मिलती नहीं टकराव सेहार जाने का इजारा और है ..हार में ही तो जीत का भाव छिपा है ... लाजवाब शेर ...
उम्दा प्रस्तुति ... सुदर भावाभिव्यक्ति ..बधाई हर ख़ुशी मिलती नहीं टकराव सेहार जाने का इजारा और है
हर ख़ुशी मिलती नहीं टकराव सेहार जाने का इजारा और हैआदरणीया शशि जी उम्दा गज़ल के लिए बधाई.
आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए अनमोल है। हमें अपने विचारों से अवगत कराएं। सविनय निवेदन है --शशि पुरवार आपके ब्लॉग तक आने के लिए कृपया अपने ब्लॉग का लिंक भी साथ में पोस्ट करें .
बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा कल - बुधवार - 2/10/2013 को
ReplyDeleteजो जनता के लिए लिखेगा, वही इतिहास में बना रहेगा- हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः28 पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया पधारें, सादर .... Darshan jangra
बेहद उम्दा..
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना की ये चन्द पंक्तियाँ.........
ReplyDeleteआज से रस्ता हमारा और है
साथ चलने का इशारा और है
चल रही ऐसी यहाँ पर आंधियाँ
घर का बिखरा ये नजारा और है
बुधवार 02/10/2013 को
http://nayi-purani-halchal.blogspot.in
को आलोकित करेगी.... आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....
लिंक में आपका स्वागत है ..........धन्यवाद!
सुंदर पोस्ट विजय दशमी की बधाई
ReplyDeleteबहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति.........
ReplyDeleteलाजवाब!
ReplyDeleteसादर
आपकी यह रचना कल बुधवार (02-10-2013) को ब्लॉग प्रसारण : 134 पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
ReplyDeleteसादर
सरिता भाटिया
बहुत बढ़िया,सुंदर गजल !
ReplyDeleteRECENT POST : मर्ज जो अच्छा नहीं होता.
bahut umda likha hai.. adarniya badhai ..
ReplyDeleteहौसला बना रहे, जीवन ऊर्जामय बना रहता है।
ReplyDeleteबहुत उम्दा अभिव्यक्ति !
ReplyDeleteनवीनतम पोस्ट मिट्टी का खिलौना !
नई पोस्ट साधू या शैतान
हर ख़ुशी मिलती नहीं टकराव से
ReplyDeleteहार जाने का इजारा और है ..
हार में ही तो जीत का भाव छिपा है ... लाजवाब शेर ...
उम्दा प्रस्तुति ... सुदर भावाभिव्यक्ति ..बधाई
ReplyDeleteहर ख़ुशी मिलती नहीं टकराव से
हार जाने का इजारा और है
हर ख़ुशी मिलती नहीं टकराव से
ReplyDeleteहार जाने का इजारा और है
आदरणीया शशि जी उम्दा गज़ल के लिए बधाई.