Sapne (सपने )
हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..
(Move to ...)
Home
▼
Friday, February 19, 2016
आँखों में कटते हैं दिन
›
करवट लेते रहे रात भर आँखों में कटते है दिन उमस भरी रातों के पलछिन दर्प दिखाती खड़ी इमारत सिमटे हैं नेह दालान कि...
15 comments:
Tuesday, February 16, 2016
समीक्षा - सागर मन - पुष्पा मेहरा
›
आ. पुष्पा मेहरा जी के हाइकु संग्रह सागर मन जैसा नाम से ही प्रतीत होता है, भावों का सागर जैसे उनके मन में हिलोरे लेता है। पुष्पा जी के हाइक...
4 comments:
Thursday, January 28, 2016
हाइकु क्या है.
›
हाइकु – गागर में सागर के समान हाइकु क्या है हाइकु मूलतः जापान की लोकप्रिय विधा है. जापानी संतो द्वारा लिखी जाने वाली लोकप्रिय काव्य...
6 comments:
Wednesday, January 27, 2016
भारत की १०० महिला अचीवर्स -- अविस्मरणीय पल
›
यह बेहद गौरान्वित पल थे जब राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा सभी महिलाओं को विशेष सम्मान प्राप्त हुआ है। बे टी बच...
6 comments:
Thursday, January 14, 2016
समीक्षा - सदी को सुन रहा हूँ मै
›
जयकृष्ण राय तुषार के नवगीत संग्रह "सदी को सुन रहा हूँ मैं" की सहज अभिव्यक्ति और सरल शैली विशेष रसानुभूति का आभास कराती है। पाठक...
6 comments:
Monday, January 11, 2016
दफ्तरों से पल
›
दफ्तरों से बन गए है, जिंदगी के पल शाम से मिलते, थके दिन रात का आँचल। अब समय के साथ चलते, दौड़ते साये चाँद - तारों सी तमन्ना ...
5 comments:
Friday, January 1, 2016
हौसलों के गीत गाओ
›
साल नूतन आ गया है कुछ नया करके दिखाओ स्वप्न आँखों में सजाकर हौसलों के गीत गाओ. द्वेष, कुंठा, खूँ - खराबा रात्रि गहराने लगी...
11 comments:
Tuesday, December 22, 2015
चैन लूटकर ले गया। .......
›
फेसबुकी दुनिया के तिलिस्मी रिश्ते ! जी हाँ यह प्यार भरी यह प्यारी दुनियां - नैनों का तारा बन चुकी है . इसके ...
6 comments:
‹
›
Home
View web version