1 स्नेहिल रिश्ता
ममता का बिछोना
माँ का शिशु से .
2
स्नेह बंधन
फूलो से महकते
हरसिंगार
3
झलकता है
नजरो से पैमाना
वात्सल्य भरा
4
दिल की बातें
दिल ही तो जाने है
शब्दों से परे .
5
प्रेम कलश
समर्पण से भरा
अमर भाव .
6
खामोश शब्द
नयन करे बातें
नाजुक डोर .
7
अनुभूति है
प्रेममई संसार
अभिव्यक्ति की .
8
बंद पन्नो में
ह्रदय के जज्बात
सूखते फूल .
9
दिल की पीर
बहती नयनो से
हुई विदाई .
10
जन्मो जन्मो का
सात फेरो के संग
अटूट नाता .
11
आग का स्त्रोत
विरह का सागर
प्रेम अगन .
12
खामोश साथ
अवनि - अम्बर का
प्रेम मिलन .
----------शशि पुरवार