१
प्रीत पुरानी
यादें हैं हरजाई
यादें हैं हरजाई
छलके पानी।
२
नेह के गीत
आँखों की चौपाल में
मुस्काती प्रीत
३
सुधि बैचेन
रसभीनी बतियाँ
महकी रैन
४
जोगनी गंध
फूलों की घाटी में
शोध प्रबंध
५
धूप चिरैया
पत्थरों पर बैठी
सोनचिरैया
.-----शशि पुरवार
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" गुरुवार 17 नवम्बर 2016 को लिंक की गई है.... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 17.11.2016 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2529 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
बहुत सुंदर
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteसुन्दर !
ReplyDeleteसुन्दर हाइकु
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