Sapne (सपने )

हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..

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Thursday, August 10, 2017

विकल हृदय

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घुमड़ घुमड़ कर आये बदरा मनभावन, बनी तसवीर. घन घन घन, घनघोर घटाएँ गाएँ मेघ - राग मल्हार झूमे पादप, सर्द हवाएँ खुशियों का करें इजहार...
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Monday, July 31, 2017

नेह की संयोजना

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हम नदी के दो किनारे  साथ चल कर मिल न पाएँ  घेर लेती हैं हजारों  अनछुई संवेदनाएँ।  ज्वार सा हिय में उठा, जब  शब्द उथले हो ग...
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Thursday, July 27, 2017

गुलाबी खत

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दिल, अभी यह चाहता है  खत लिखूँ मैं इक गुलाबी संग सखियों के पुराने    दिन सुहाने याद करना।  और छत पर बैठकर   चाँद से संवाद करना...
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Tuesday, July 18, 2017

महिला व्यंग्यकार और पुरुष व्यंग्यकार का अंतर्विरोध-

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  हास्य - व्यंग्य लेखन में महिला व्यंग्यकार और पुरुष व्यंग्यकार का अंतर्विरोध -   कमाल है   !  जहां   विरोध ही नही होना चाहिए वहां अ...
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Friday, July 14, 2017

रात सुरमई

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१  चाँदी की थाली सजी,  तारों की सौगात  अंबर से मिलने लगी, प्रीत सहेली रात।   २   रात सुरमई मनचली , तारों लिखी किताब चंदा को तकते र...
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Monday, July 10, 2017

सहज युगबोध

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भीड़ में, गुम हो रही हैं  भागती परछाइयाँ. साथ मेरे चल रही   खामोश सी तनहाइयाँ  वक़्त की इन तकलियों पर  धूप सी है जिंदगी ...
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Tuesday, July 4, 2017

व्यर्थ के संवाद

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भीड़ में, गुम हो गई हैं भागती परछाइयाँ साथ मेरे चल रहीं  खामोश सी तनहाइयाँ।  वक़्त की इन तकलियों पर धूप सी है जिंदगी इक ख़ुशी की...
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Monday, June 26, 2017

क्रोध बनाम सौंदर्य -

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  आज सरकारी आवास पर बड़े साहब रंग जमाए बैठे थे. वैसे तो साहब दिल के बड़े गरम मिजाज है, लेकिन आज बर्फ़ीला पानी पीकर, सर को ठंडा करने में लगे ...
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Monday, June 12, 2017

पैदा होने का सबूत

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  पैदा होने का सबूत   कई दिनों से विदेश घूमने की इच्छा प्रबल हो रही थी।  बेटा विदेश में था।  तो सोचा हम भी विदेशी गंगा नहा लें।   सुना...
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Monday, June 5, 2017

फेसबुक पर महिलाओं की प्रॉक्सी

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     नयन मटक्का इस बार बेहद खास बन गया है, महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी गुणवत्ता प्रदर्शित कर रहीं हैं। सर्वप्रथम महिला सम्पादिका को बध...
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Sunday, May 21, 2017

गंध फूलों की

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फिर चलो इस जिंदगी को  गुनगुनाएँ  हम  बैठ कर बातें करें औ मुस्कुराएँ हम  लान कुर्सी पर मधुर  संगीत को सुन लें   चाय की चु...
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Thursday, May 4, 2017

झूठ का पुलिंदा

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  ३१ झूठ  का पुलिंदा            कभी कभी लगता है कलयुग का नामकरण करना ही उचित होगा।  जैसे सतयुग वैसे ही झूठ युग।  सतयुग में  भी सभी सत्य...
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Saturday, April 29, 2017

सोशल साइट्स की गर्मी

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        गर्मी परवान चढ़ रही है, मई भी मजबूर लग रही है.जिसे देखो वह अपने किरदार में खोया हुआ पसीना बहा रहा है. कोई  धूप में पसीने से नहा रहा...
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shashi purwar
नाम: शशि पुरवार।(100Women’s Achievers Of India ) जन्मतिथि: 22 जून1973ई0।जन्मस्थान: इंदौर,मध्यप्रदेश। शिक्षा: स्नातक-बी.एस-सी.विज्ञान। स्नातकोत्तर- एम.ए.राजनीति,दे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय,इंदौर) तीन वर्षीय हानर्स डिप्लोमाइन कम्प्यूटर साफ्टवेयरएंडमै नेजमेंटभाषाज्ञान-हिंदी, मराठी, अंग्रेजी सम्प्रति- लेखिका,स्वतंत्रलेखन,स्तंभकार प्रकाशितसाहित्य- १-व्यंग्यकीघुड़दौड़(व्यंग्यसंग्रह) २- धूपआँगनकी -( गद्यएवंपद्यसंपूर्णसाहित्य)३-मनकाचौबारा( काव्यसंग्रह) ४- जोगनीगंध(हाइकुसंग्रह )५- भीड़काहिस्सानही(गीत-नवगीतसंग्रह). अप्रकाशित साहित्य- 1) दोहासंग्रह, 2 ) कहानीसंग्रह, 3) समिक्षासंग्रह, 4) लेखसंग्रह. अनगिनत सम्मानों समेत कुछ - हिंदी विद्यापीठ भागलपुर : 'विद्यावाचस्पति सम्मान' ,* 'मिनिस्ट्री ऑफ़ वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट' द्वारा भारत की 100 women's Achievers of India 2016 सम्मान , * महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी जी के कर कमलों द्वारा सम्मानित - १०० महिला अचीवर्स सम्मान , 'हरिशंकर परसाई स्मृति सम्मान' 2016 , - Best Blogger Of the Month ( 2016 ) contact - shashipurwar@gmail.com
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