Sapne (सपने )

हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..

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Monday, March 27, 2017

कातर नजरें

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भीड़ भरे शहरों में जीना    मुश्किल लगता है  धूल धुआँ भी खुली हवा में  शामिल लगता है  कोलाहल की इस बस्ती में  झूठी सब  कसमें  अ...
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Wednesday, March 22, 2017

शूल वाले दिन

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अब नहीं मिलते डगर में फूल वाले दिन  आज खूँटी पर टंगे हैं  शूल वाले दिन  परिचयों की तितलियों ने  पंख जब खोले  साँस को...
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Monday, March 20, 2017

उड़ान का आभाष

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सपने जीवन का अभिन्न अंग हैं, मैंने भी कई सपने देखे लेकिन जिंदगी में सभी सपने सच होते चले जायेंगे सोचा न था. सपने अच्छे भी देखे तो दुखद...
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Saturday, March 11, 2017

स्नेह रंग

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गली गली में घूम रही है  मस्तानों की टोली  नीले, पीले, रंग हठीले  आओ खेलें होली  दरवाजे पर आँख  गड़ी है  हाथों में गुब्बारे सब...
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Tuesday, March 7, 2017

फागुनी दोहे - उत्सव वाले चंग

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१  छैल छबीली फागुनी, मन मयूर मकरंद  ढोल, मँजीरे, दादरा, बजे ह्रदय में छंद।    २  मौसम ने पाती लिखी, उड़ा गुलाबी रंग  पा...
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Thursday, March 2, 2017

कहीं प्रेम कहीं शब्दो की होली

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फेक का अंग्रेजी अर्थ है धोखा व फेस याने चेहरा ,  दुनिया में आभाषी दुनिया का चमकता यह चेहरा एक मृगतृष्णा के समान है जो आज सभी को प्यार...
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Thursday, February 16, 2017

बेनकाब हो जाये - गजल

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शहर में इंकलाब हो जाए  गॉँव भी आबताब हो जाए  १  लोग जब बंदगी करे दिल  से  हर नियत मेहराब हो जाए  २  हौसले गर बुलंद हो दिल में ...
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Friday, February 10, 2017

समर्पण भाव

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अनवरत चलते रहें हम  भूल बैठे मुस्कुराना  है यही अनुरोध तुमसे   बस ख़ुशी के गीत गाना। फर्ज की चादर तले, कुछ  मर गए...
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Monday, January 30, 2017

बेटी घर की शान

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1  माँ बाबा की लाडली, वह जीवन की शान  ममता को होता सदा,  बेटी पर अभिमान।  2  बेटी ही करती रही, घर- अँगना गुलजार मन की शीतल चाँदनी, ...
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Monday, January 23, 2017

उमंगो की डोर

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पर्व खुशियों के मनाने का बहाना है  डोर उमंगो की बढाओ गीत गाना है १  घुल रही है फिर हवा में गंध सौंधी सी  मौज मस्ती स्वाद का ...
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Saturday, January 14, 2017

सुधियाँ बैचेन - प्रेम के रंग

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१  प्रीत पुरानी यादें हैं हरजाई छलके पानी।  २  नेह के गीत  आँखों की चौपाल में  मुस्काती प्रीत  ३  सुधि बैचेन  रसभी...
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Monday, January 2, 2017

नववर्ष का दिनमान

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नव तरंगो से भरा, नव  वर्ष का दिनमान आया फिर विगत को भूलकर  मन में नया अरमान आया.    खिड़कियों से झाँकती, नव  भोर की पह...
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Friday, December 16, 2016

वृद्धावस्था --- जीने का नजरिया

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       आज  कलयुग में जहाँ युवा अपने जीवन में प्रगति कर रहे है वहीँ बुजुर्ग अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में अकेलेपन से झूझते नजर आते ...
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Friday, December 2, 2016

बूझो तो जाने। ..

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१  सुबह सवेरे रोज जगाये  नयी ताजगी लेकर आये  दिन ढलते, ढलता रंग रूप  क्या सखि साजन ? नहीं सखि  धूप २  साथ ...
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Monday, November 28, 2016

नोटबंदी

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         आज देश लाइन में लगा है, वैसे भी लोगों को लाइन में लगने की आदत सी है, कोई नयी  फिल्म का पहला दिन हो तो टिकिट खिड़की पर लंबी लाइन ,ज...
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Wednesday, November 16, 2016

प्रीत पुरानी

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  १  प्रीत पुरानी यादें हैं हरजाई  छलके पानी।  २  नेह के गीत  आँखों की चौपाल में  मुस्काती प्रीत  ३  सुधि बैचेन  रसभीन...
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shashi purwar
नाम: शशि पुरवार।(100Women’s Achievers Of India ) जन्मतिथि: 22 जून1973ई0।जन्मस्थान: इंदौर,मध्यप्रदेश। शिक्षा: स्नातक-बी.एस-सी.विज्ञान। स्नातकोत्तर- एम.ए.राजनीति,दे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय,इंदौर) तीन वर्षीय हानर्स डिप्लोमाइन कम्प्यूटर साफ्टवेयरएंडमै नेजमेंटभाषाज्ञान-हिंदी, मराठी, अंग्रेजी सम्प्रति- लेखिका,स्वतंत्रलेखन,स्तंभकार प्रकाशितसाहित्य- १-व्यंग्यकीघुड़दौड़(व्यंग्यसंग्रह) २- धूपआँगनकी -( गद्यएवंपद्यसंपूर्णसाहित्य)३-मनकाचौबारा( काव्यसंग्रह) ४- जोगनीगंध(हाइकुसंग्रह )५- भीड़काहिस्सानही(गीत-नवगीतसंग्रह). अप्रकाशित साहित्य- 1) दोहासंग्रह, 2 ) कहानीसंग्रह, 3) समिक्षासंग्रह, 4) लेखसंग्रह. अनगिनत सम्मानों समेत कुछ - हिंदी विद्यापीठ भागलपुर : 'विद्यावाचस्पति सम्मान' ,* 'मिनिस्ट्री ऑफ़ वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट' द्वारा भारत की 100 women's Achievers of India 2016 सम्मान , * महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी जी के कर कमलों द्वारा सम्मानित - १०० महिला अचीवर्स सम्मान , 'हरिशंकर परसाई स्मृति सम्मान' 2016 , - Best Blogger Of the Month ( 2016 ) contact - shashipurwar@gmail.com
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