Sapne (सपने )
हिंदी कविताओं गीतों कहानियों की अभिव्यक्ति, अनुभूति व संवेदनाओं का अनूठा संसार ..
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Sunday, June 30, 2013
ठूंठ सा वन
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ठूंठ --- १ ठूंठ सा तन पपड़ाया यौवन पंछी भी उड़े . २ सिसकती सी ठहरी है जिंदगी राहों में आज ३ शुलो सी चुभन दर्द भरा जीवन मौन र...
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Tuesday, June 25, 2013
एक तोहफा आशीष भरा --
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यह शब्दों का प्यारा सा तोहफा मुझे मिला रूपचंद्र शाश्त्री जी से --- आप सबके साथ शेयर कर रही हूँ . इस आभासी संसार में चर्चा मंच की च...
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Saturday, June 22, 2013
सदा साथ होंगे हम ........शब्दों के माध्यम से।
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सपनो को लगा के पंख कुछ यूँ मुस्काये जज्बात जैसे ठहर गयी हो चांदनी मन की घाटियों में कैसे कहूँ , मन के भावो को घुमड़ रहे अनगि...
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Tuesday, June 11, 2013
फिर मिलेंगे अगर खुदा लाया .........!
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फूल राहों खिला उठा लाया नाम अपना दिया जिला लाया भीड़ जलने लगी बिना कारण बात काँटों भरी विदा लाया लुट रही थी शमा तमस में फिर...
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Thursday, June 6, 2013
हर मौसम में खिल जाता है ..... नीम
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हर मौसम में खिल जाता है नीम की ही ये माया है राही को छाया देता है नीम का ही वो साया है । बिन पैसे की खान है ये तो तोहफ...
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Monday, June 3, 2013
दिल का पैगाम साहिबा लाया ..........
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दिल का पैगाम साहिबा लाया छंद भावो के फिर सजा लाया। बात दिल की कही अदा से यूँ प्यार उनका मुझे लुभा लाया। भाग का खेल जब करे बिछडन ...
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Tuesday, May 28, 2013
सृजित हुए छंद .....
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तांका -- पीरा मन की तपता रेगिस्तान बिखरे ख्वाब पतझड़ समान बसंत भी रुलाए . तुम हो मेरे भाव सखा सजन तुम्हारे बिन व्यथित मेरा म...
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Saturday, May 25, 2013
क्लांत नदिया............
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क्लांत नदिया वाट जोहे सावन जलाए भानु . आया सावन खिलखिलाई धरा नाचे झरने . नाचे मयूर झूम उठा सावन चंचल बूंदे. काली घटाए ...
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Tuesday, May 21, 2013
सीना चौड़ा कर रहे .......
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दोहा जीवन बहता नीर सा , राही चलता जाय बीती रैना कर्म की , फिर पीछे पछताय . सीना चौड़ा कर रहे , बाँके सभी जवान ...
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Sunday, May 19, 2013
इशक गुलमोहर
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1 बीहड़ वन दहकता पलाश बौराई हवा . 2 तप्त सौन्दर्य धरती का शृंगार सुर्ख पलाश 3 जेठ की धूप हँसे अमलतास प्रेम के फूल 4 यादों क...
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