Sunday, August 12, 2012
दोहे ........
1 सबसे कहे पुकार कर , यह वसुधा दिन रात
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समीक्षा -- है न -
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वाह....
ReplyDeleteबढ़िया दोहे...बेहतरीन हायकू....
आपका जवाब नहीं, काव्य की हर विधा में महारथी..
:-)
सस्नेह
अनु
बहुत ही अच्छे दोहे और हाइकु भी----।
ReplyDeleteवाह बहुत खूब
ReplyDeleteबेहद खुबसूरत ....दोहे और हाइकु ....बधाई शशि जी...
ReplyDeleteआपकी अनुपम प्रस्तुति पढकर मदमस्त हो गया हूँ शशि जी,
ReplyDeleteसुन्दर,प्रेरक और ज्ञानवर्धक.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईएगा.
well written .congr8s JOIN THIS-WORLD WOMEN BLOGGERS ASSOCIATION [REAL EMPOWERMENT OF WOMAN
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