यह पल बहुत गौरान्वित थे। स्वर्णिम पलों को हमने राष्ट्रपति भवन में कैद किया है। विशेष भोज का अनुपम स्वाद लिया। देश की हर कोने से २० कैटेगरी की सभी विशेष महिलाओं से रूबरू हुए।
मै तहे दिल से अपने सभी मित्रों, पाठक और शुभचिंतको का आभार व्यक्त करना चाहती हूँ। इन अविस्मरणीय गौरान्वित पलों ने हमें कर्म की ऊर्जा से ओतप्रोत कर दिया है। मै यह सम्मान पत्र आप सभी को समर्पित करती हूँ , इस मुकाम पर आपने ही हमें पहुँचाया है। आप सभी का स्नेह और दुआ इसी तरह मिलती रहें , यही
कामना है। आप सभी को नमन। हृदय से धन्यवाद।
एक सकारात्मक नजरिया समाज में बदलाव ला सकता है. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , एक नयी दिशा में कदम बढ़ाओ।
आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (29.01.2016) को "धूप अब खिलने लगी है" (चर्चा अंक-2236)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, वहाँ पर आपका स्वागत है, धन्यबाद।
ReplyDeleteढेरों बधाईयाँ और शुभकामनायें।
ReplyDelete:) शुभकामनाएं
ReplyDeleteShubhkaamnaayen
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनाएं!
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ReplyDeleteमहिला अचीवर्स की लिस्टमें आपका नाम देखकर बहुत प्रसन्नता हुई, बधाई|
पुष्पा मेहरा