shashi purwar writer
Monday, March 18, 2013
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सामाजिक मीम पर व्यंग्य कहानी अदद करारी खुश्बू
अदद करारी खुशबू शर्मा जी अपने काम में मस्त सुबह सुबह मिठाई की दुकान को साफ़ स्वच्छ करके करीने से सजा रहे थे । दुकान में बनते गरमा गरम...
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मेहंदी लगे हाथ कर रहें हैं पिया का इंतजार सात फेरो संग माँगा है उम्र भर का साथ. यूँ मिलें फिर दो अजनबी जैसे नदी के दो किनारो का...
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साल नूतन आ गया है नव उमंगों को सजाने आस के उम्मीद के फिर बन रहें हैं नव ठिकाने भोर की पहली किरण भी आस मन में है जगाती एक कतरा धूप भी, ...
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गेंहू ------- Wheat (disambiguation) गेहूँ लोगो का मुख्य आहार है .खाद्य पदार्थों में गेहूँ का महत्वपूर्ण स्थान है , सभी प्...
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🏆 Shashi Purwar — Honoured as 100 Women Achievers of India | Awarded by Maharashtra Sahitya Academy & MP Sahitya Academy

बहुत प्यारा संयोजन..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर !!!
ReplyDeleteहरसिंगार...
शब्दों से झरे ,दिल में उतरे...
सस्नेह
अनु
बहुत उम्दा सुन्दर प्रस्तुति ,,,,
ReplyDeleteRecent Post: सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार,
बहुत ही सार्थक हाइकू और कविता,आभार.
ReplyDeleteआपकी बेहतरीन रचना कल नयी पुरानी हलचल पर
ReplyDeleteकृपया पधारे......राय दें
सार्थक हाइकू ...
ReplyDeleteहरसिंगार की कल्पना की कविता है अपने आप में ...
सार्थक और
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति
बधाई
मनमोहक सुवास..
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