१
दर्द की दास्ताँ
कह गयी कहानी
प्रेम रूमानी
२
एक ही धुन
भरनी है गागर
फूल सगुन
३
प्रेम कहानी
मुहब्बत ऐ ताज
पीर जुबानी
४
रूह में बसी
जवां है मोहब्बत
खामोश हंसी
५
धरा की गोद
श्वेत ताजमहल
प्रेम का स्त्रोत
६
ख़ामोश प्रेम
दफ़न है दास्ताँ
ताज की रूह
७
पाक दामन
अप्रतिम सौन्दर्य
प्रेम पावन
८
अमर कृति
हुस्न ऐ मोहब्बत
प्रेम सम्प्रति
९
ताजमहल
अनगिन रहस्य
यादें दफ़न
-
शशि।.
सुन्दर हाइकू
ReplyDeleteकाव्य सौरभ (कविता संग्रह ) --द्वारा -कालीपद "प्रसाद "
कुछ अलग,पर बेहतरीन..आभार
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब और गज़ब के हाइकू सभी ...
ReplyDeleteप्रेम पगी कोमल अनुभूति को सुंदर हाइकु में बाँधा है , बधाई!!
ReplyDeleteसुन्दर हाइकु
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