shashi purwar writer

Thursday, July 18, 2019

माँ --- तांका

1
स्नेहिल मन
सहनशीलता है
खास गहना
सवांरता जीवन
माँ के अनेक रूप .
...

2
माँ  प्रिय सखी
राहें हुई आसान
सुखी जीवन
परिवार के लिए
त्याग दिए सपने .

3
माता के रूप
सोलह है शृंगार
नवरात्री में
गरबे की बहार
 झरता माँ का प्यार .
-----शशि पुरवार

3 comments:

  1. बहुत सुन्दर

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  2. This comment has been removed by the author.

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  3. वाह.. बहुत सुंदर


    https://saptrangisapne-abha.blogspot.com/

    आपकी प्रतीक्षा रहेगी।

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