जीवन एक सुंदर सपना ,
और हमारा तुमसे मिलना ,
इस कदर अपनों सा चाहना ,
आँखों से यूँ प्यार बरसना ,
अब तो ठंडी आहें भरना,
यूँ हमारा तुमसे बिछड़ना ,
देखना , जी लेंगे हम ,
यादों में तुम्हारी ,
प्यारे मित्र और सखियाँ .
बचपन के दिन भी कितने सुंदर होते है - मित्र , सखियाँ ,सहेलियां ......और हंगामे . पर एक वक़्त ऐसा भी आता है जब सब बिछड़ जाते है हमेशा के लिए , क्यूंकि जिंदगी के आयाम बदल जाते है और ये सारे पल फिर से चाह कर भी नहीं आ पाते . ऐसा सिर्फ लड़कियों के साथ नहीं होता, लड़कों के भी साथ होता है , क्यूंकि जिंदगी एक की नहीं दोनो की बदलती है , और एक नयी दुनियां नजर आती है . वास्तव में बचपन के मासूम दिन बहुत ही खूबसूरत होते है .डायरी के पन्ने
:- शशि पुरवार