जीवन चक्र
कठिन है राहों की डगर
खिले हैं जो फूल, उन्हें
शूल का भी सहना होगा दर्द।
सुख का छोटा सा पल
बीत रहा है यूँ ,
वक़्त का पहिया
तेजी से घूमता हरपल .
दुःख से रीत जाते
सारे एहसास
निकल जाता है वक़्त
बिखरते है ख्वाब ,पर
कर्म की वेदी पर
नहीं हारता
मेरे मन का अभिमन्यु ,
आशा का छोटा सा दिया
जगमगाता है काली रात में
तम में भी रहता
रौशनी का बसेरा ,
वक़्त का होता पग -फेरा
हर रात के बाद है सबेरा
लिखना यूँ नया इतिहास
रौशन हो कलम से
रचे एहसास
एक नयी शुरुआत
सुनहरी किरणों का प्रकाश
नए शून्य की तलाश
एक नया आकाश .
-----शशि पुरवार
वक़्त का पहिया
तेजी से घूमता हरपल .
दुःख से रीत जाते
सारे एहसास
निकल जाता है वक़्त
बिखरते है ख्वाब ,पर
कर्म की वेदी पर
नहीं हारता
मेरे मन का अभिमन्यु ,
आशा का छोटा सा दिया
जगमगाता है काली रात में
तम में भी रहता
रौशनी का बसेरा ,
वक़्त का होता पग -फेरा
हर रात के बाद है सबेरा
लिखना यूँ नया इतिहास
रौशन हो कलम से
रचे एहसास
एक नयी शुरुआत
सुनहरी किरणों का प्रकाश
नए शून्य की तलाश
एक नया आकाश .
-----शशि पुरवार
मन का अभिमन्यु निरंतर ऐसी ही आशा का दिया जलाए रखे ... सुंदर प्रस्तुति
ReplyDeletehardik abhar sangeeta ji
Delete"हर रात के बाद है सबेरा
ReplyDeleteलिखना है नया इतिहास
रौशन हो कलम से
लिखे एहसास
एक नयी शुरुआत "
यह पंक्तियाँ विशेष अच्छी लगीं ।
सादर
अभिमन्यु मरता दिखता है ... पर जो आवेश ह्रदय से उठता है , वह कहता है अभिमन्यु की जीत, अभिमन्यु की अमरता ...
ReplyDeleteआज 09/09/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
gahare bhaav , achchhee rachanaa
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रभावी रचना...
ReplyDelete:-)
काश हमें भी आठवाँ द्वार तोड़ना भी आता।
ReplyDeletefull of positivity :):)
ReplyDeletethank you so much yashwant ji aur hamen nayi purani halchal me shamil karne ka shukriya .
Deleterashmi ji , praveen ji ,saumya ji ,reena Ji ajay ji thank you so much :))
एक नया खुबसूरत आकाश ... अपना आकाश:)
ReplyDeleteहै न.
बहुत प्यारी रचना..
रात के बाद सवेरा जरूर आता है ... म,अन में आशा का दीप जलते रहना जरूरी है .. अभिमन्यु अब निराश नहीं होगा ...
ReplyDeleteसुन्दर काव्य सरिता ...
बहुत सुन्दर रचना शशि....
ReplyDeleteआस से भरी...
सस्नेह
अनु
एक सुबह का आगाज़ है ये रचना ...बहुत खूब
ReplyDeleteवाह ... बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
ReplyDeleteबहुत अच्छे ...प्रेरक भाव
ReplyDeleteनई आशा का आकाश छाया है इस रचना में - प्रकाश बना रहे !
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