shashi purwar writer
Tuesday, May 28, 2013
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
समीक्षा -- है न -
शशि पुरवार Shashipurwar@gmail.com समीक्षा है न - मुकेश कुमार सिन्हा है ना “ मुकेश कुमार सिन्हा का काव्य संग्रह जिसमें प्रेम के विविध रं...
https://sapne-shashi.blogspot.com/
-
मेहंदी लगे हाथ कर रहें हैं पिया का इंतजार सात फेरो संग माँगा है उम्र भर का साथ. यूँ मिलें फिर दो अजनबी जैसे नदी के दो किनारो का...
-
हास्य - व्यंग्य लेखन में महिला व्यंग्यकार और पुरुष व्यंग्यकार का अंतर्विरोध - कमाल है ! जहां विरोध ही नही होना चाहिए वहां अ...
-
साल नूतन आ गया है नव उमंगों को सजाने आस के उम्मीद के फिर बन रहें हैं नव ठिकाने भोर की पहली किरण भी आस मन में है जगाती एक कतरा धूप भी, ...
linkwith
🏆 Shashi Purwar — Honoured as 100 Women Achievers of India | Awarded by Maharashtra Sahitya Academy & MP Sahitya Academy
बहुत सुन्दर सृजन..
ReplyDeleteसुन्दर अभिव्यक्ति !
ReplyDeleteबहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति
ReplyDelete....शुभकामनायें :)
ReplyDeletenice creation
ReplyDeleteबहुत उम्दा,लाजबाब रचना ,,
ReplyDeleteRecent post: ओ प्यारी लली,
सुंदर अभिव्यक्ति !!
ReplyDeleteसटीक शब्द , गहराई और सूक्ष्मता से भारतीय नारी की आकांक्षओं का दुर्लभ वर्णन .
ReplyDeleteहार्दिक बधाई .मंगल कुशल और शुभ कामनाएं .
अनुपम काव्य धारा ... बधाई ...
ReplyDeleteसुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDelete