shashi purwar writer
Saturday, April 21, 2012
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सामाजिक मीम पर व्यंग्य कहानी अदद करारी खुश्बू
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🏆 Shashi Purwar — Honoured as 100 Women Achievers of India | Awarded by Maharashtra Sahitya Academy & MP Sahitya Academy

aapki ye kshanikaayen bahut uttam lagi jeevan ki sachchaai ko kholti abhivyakti bahut khoob.
ReplyDeleteचुप रहता
ReplyDeleteकांटो पर चलता
कर्म करता
फल की चिंता नहीं ... :) Ossam....
बहुत ही बढ़िया।
ReplyDeleteसादर
बहुत सुंदर............
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना..................
बहुत्ब गहन सन्देश है आज और सिर्फ आज ही सत्य है ।
ReplyDeleteजिंदगी का सच .....वाह बहुत खूब
ReplyDeleteजीवन को क्या खूब दिखाया,जीवन को है गले लगाया....खूबसूरत रचना शशि जी...
ReplyDeleteसीख देती हुई अच्छी कविता।
ReplyDeleteEverybody feels like that at one point or other.Profound work Shashi...
ReplyDelete.
ReplyDeleteस्वयं को सम्हालना …
और बिना विचलित हुए परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय ले'कर
चलते चलना ही समझदारी की बात है …
अच्छी कविता के लिए साधुवाद !