यह शब्दों का प्यारा सा तोहफा मुझे मिला रूपचंद्र शाश्त्री जी से --- आप सबके साथ शेयर कर रही हूँ .
इस आभासी संसार में
चर्चा मंच की चर्चाकार
"शशि पुरवार" का जन्मदिन है।
उपहारस्वरूप कुछ शब्द सजाये हैं!
जन्मदिन पुरवार “शशि” का आज आया।
आज बिटिया के लिए, आशीष का उपहार लाया।।
मन नवल उल्लास लेकर, नृत्य आँगन में करें,
धान्य-धन परिपूर्ण होवे, जगनियन्ता सुख भरें,
आपके सिर पर रहे, सौभाग्य का अनमोल साया।
आज बिटिया के लिए, आशीष का उपहार लाया।।
शशि तुम्हारी रौशनी से, हो रहा पुलकित हो गगन,
जब कली खिलती, तभी खुशबू लुटाता है चमन,
जगमगाते तारकों ने, आज मंगलगान गाया।
आज बिटिया के लिए, आशीष का उपहार लाया।।
बाँटता खुशियाँ सदा, आभास का संसार है,
घन खुशी के तब बरसते, जब सरसता प्यार है,
डोर नातों की बँधी तो, नेह ने अधिकार पाया।
आज बिटिया के लिए, आशीष का उपहार लाया।।
हमारी तरफ से भी बधाई....
ReplyDeleteएक बार पुनः शुभकामनायें ।
ReplyDeleteबहुत -बहुत बधाई...
ReplyDeleteशुभकामनाएँ...
:-)
बहुत बहुत बधाई.शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteमान देने के लिए आभार के साथ शुभाशीष!
ReplyDeleteबधाई आपको ...
ReplyDeleteढेरों बधाइयां ...इतना स्नेह भरा आशीष .....भाग्यवान लोगों को ही प्राप्त होता है ...:)
ReplyDeleteजन्मदिन की बहुत बहुत बधाई....
ReplyDeleteBahut asshish.badhiya sbanehat bahut...dunise kabhi mat darna.
Deleteजन्म दिवस की ढेर सारी बधाइयाँ स्वीकार करें।
ReplyDelete