shashi purwar writer

Thursday, June 6, 2013

हर मौसम में खिल जाता है ..... नीम





     हर मौसम में खिल जाता है नीम की ही ये माया है
     राही को छाया देता है नीम का ही वो साया है ।

     बिन पैसे की खान है ये तो तोहफ़ा है इक क़ुदरत का,
     महिमा देखी नीम की जब से आम भी कुछ बौराया है ।

     जब से नीम है घर में आया , जीने की मंशा देता,
     मोल गुणों का ही होता है नीम ने ही बतलाया है ।

     कड़वा स्वाद नीम का लेकिन गुणकारी तेवर इसके,
     हर रेशा औषध है इससे रोग भी अब घबराया है ।

     निंबोली का रस पीने से तन के सारे  रोग मिटें
     मन मोहक छवि ऐसी नीम ने लाभ बहुत पहुँचाया है


      गाँव की वो गलियाँ भी छूटी ,छूटा घर का आँगन भी,
     शहर में फैला देख प्रदूषण नीम भी अब मुरझाया है .
                      ---  शशि पुरवार 

अनुभूति नी विशेषांक में प्रकाशित यह गजल .

12 comments:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज बृहस्पतिवार (06-06-2013) को साहित्य में प्रदूषण ( चर्चा - 1267 ) में "मयंक का कोना" पर भी है!
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

    ReplyDelete
  2. निंबोली का रस पीने से तन के सारे रोग मिटें
    मन मोहक छवि ऐसी नीम ने लाभ बहुत पहुँचाया है

    गाँव की वो गलियाँ भी छूटी ,छूटा घर का आँगन भी,
    शहर में फैला देख प्रदूषण नीम भी अब मुरझाया है . सुन्दर प्रस्तुति.

    ReplyDelete
  3. शानदार,नीम का गुणगान करती उम्दा प्रस्तुति,,,

    RECENT POST: हमने गजल पढी, (150 वीं पोस्ट )

    ReplyDelete
  4. एक बड़ा था पेड़ नीम का..बहुत सुन्दर रचना।

    ReplyDelete
  5. आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रवारीय चर्चा मंच पर ।।

    चरखा चर्चा चक्र चल, सूत्र कात उत्कृष्ट ।

    पट झटपट तैयार कर, पलटे नित-प्रति पृष्ट ।

    पलटे नित-प्रति पृष्ट, आज पलटे फिर रविकर ।

    डालें शुभ शुभ दृष्ट, अनुग्रह करिए गुरुवर ।

    अंतराल दो मास, गाँव में रहकर परखा ।

    अतिशय कठिन प्रवास, पेश है चर्चा-चरखा ।

    ReplyDelete
  6. कडवा नीम गुणों की खान
    सुन्दर रचना

    ReplyDelete
  7. सुन्दर ग़ज़ल , बधाई शशि जी .

    ReplyDelete
  8. शानदार रचना

    ReplyDelete
  9. नीम अनमोल है ..

    ReplyDelete
  10. सुंदर रचना ...नीम गुणों की खान है ...इसे मुरझाने से बचाना होगा ।

    ReplyDelete
  11. नीम की महिमा अपरम्पार है. बहुत सुंदर कविता.

    ReplyDelete
  12. बहुत सुन्दर और सार्थक अभिव्यक्ति...

    ReplyDelete

आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए अनमोल है। हमें अपने विचारों से अवगत कराएं। सविनय निवेदन है --शशि पुरवार

आपके ब्लॉग तक आने के लिए कृपया अपने ब्लॉग का लिंक भी साथ में पोस्ट करें
.



सामाजिक मीम पर व्यंग्य कहानी अदद करारी खुश्बू

 अदद करारी खुशबू  शर्मा जी अपने काम में मस्त   सुबह सुबह मिठाई की दुकान को साफ़ स्वच्छ करके करीने से सजा रहे थे ।  दुकान में बनते गरमा गरम...

https://sapne-shashi.blogspot.com/

linkwith

🏆 Shashi Purwar — Honoured as 100 Women Achievers of India | Awarded by Maharashtra Sahitya Academy & MP Sahitya Academy