मन को जिसने
फिर भरमाया
फिर भरमाया
जादू ऐसा
दिल पिघलाया
दिल पिघलाया
लगता हमको
प्यारा साया
प्यारा साया
सखी सहेली
पास बुलाया
पास बुलाया
महफ़िल में अब
रंग जमाया
रंग जमाया
हर कोई फिर
दौड़ा आया
दौड़ा आया
-शशि पुरवार
ब्लॉग सपने शशि में आप पढ़ेंगे जीवन के रंग अभिव्यक्ति के संग.. प्रेरक कहानियाँ, लेख और साहित्यिक रचनाओं का संसार ।आपका अपना संसार ।




१
दर्द की दास्ताँ
कह गयी कहानी
प्रेम रूमानी
२
एक ही धुन
भरनी है गागर
फूल सगुन
३
प्रेम कहानी
मुहब्बत ऐ ताज
पीर जुबानी
४
रूह में बसी
जवां है मोहब्बत
खामोश हंसी
५
धरा की गोद
श्वेत ताजमहल
प्रेम का स्त्रोत
६
ख़ामोश प्रेम
दफ़न है दास्ताँ
ताज की रूह
७
पाक दामन
अप्रतिम सौन्दर्य
प्रेम पावन
८
अमर कृति
हुस्न ऐ मोहब्बत
प्रेम सम्प्रति
९
ताजमहल
अनगिन रहस्य
यादें दफ़न
-
शशि।.
आज की युवा पीढ़ी कहती है - “ हम अपनी शर्तों पर जीना चाहते हैं समय बहुत बदल गया है …. हमारे माता पिता हमें हर वक़्त रोक टोक करते हैं, क्...