१
स्वप्न साकार
मुस्कुराती है राहें
दरिया पार।
२
धूप सुहानी
दबे पॉँव लिखती
छन्द रूमानी।
३
लाडो सयानी
जोबन दहलीज
कच्चा है पानी।
४
धूप बातूनी
पोर पोर उन्माद
आँखें क्यूँ सूनी ?
५
माँ की चिंता
लाडो है परदेश
पाती, ममता।
६
दुःखो को भूले
आशा का मधुबन
उमंगे झूले।
७
प्रीत पुरानी
सूखे गुलाब बाँचे
प्रेम कहानी।
८
छेड़ो न तार
रचती सरगम
हिय झंकार।
९
प्रेम कलियाँ
बारिश में भीगी है
सुधि गलियाँ।
१०
आई जबानी
छूटा है बचपन
बद गुमानी।
-- शशि पुरवार





