जय भारत के वीर जवानों
आजादी के मस्तानो
अब जोश दिलों में भंग न हो।
नव भारत में नयी दिशाएं
मिट जाएँ काली निशायें
घर घर में फैले उजियारा
फिर खुशियों की बहे हवाएं
प्रातः की नयी किरणों में
आतंक का बेरंग न हो,
अब जोश दिलों में भंग न हो।
नये पौध के नये आचार
संस्कारों का दृढ़ आधार
विदेशी धरती पर भी देखो
कर रहे संस्कृति का प्रसार
नव सांसो में नव प्राण दो
पर जड़े अपनी तंग न हो
अब जोश दिलों में भंग न हो
नए राष्ट्र के प्रांगण में
चैनो अमन के फूल खिले
राष्ट्रप्रेम की जन अभिलाषा
हर बालक के दिल में मिले
नवयुग का आह्वान करो
पर निज स्वार्थ की जंग न हो
अब जोश दिलों भंग न हो।
पावन भूमि यह भारती की
माँ , हमारी पालनहार है
मातृभूमि की लाज बचाने
यहाँ जन जन भी तैयार है
वैरी की आशा तोड़ दो
हाँ सेना अपनी भंग न हो।
अब जोश दिलों में भंग न हो
-- शशि पुरवार
सभी मित्रो और परिजनों को स्वतंत्रा दिवस शुभकामनाये।
जय हिन्द ,जय भारत। - शशि पुरवार