Saturday, July 27, 2013

सुख की धारा


 सुख की धारा
रेत के पन्नो पर
पवन लिखे .


 दुःख की धारा
अंकित पन्नो पर
डूबी जल में - 
-

मन पाखी सा
चंचल ये मौसम
सावन आया

रात चांदनी
उतरी मधुबन
पिय के संग .
4
 दिल का दिया
यादों से जगमग
ख्वाब चुनाई .
5
तन्हाईयों में
सर्द यह मौसम
शूल सा चुभा


------शशि पुरवार
१९ जुलाई १३

15 comments:

  1. bahut khoob mala ke motiyon jaise ....

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  2. बहुत खूबसूरत मन भवन हाइकु ....!!
    बहुत अच्छे लगे ...!!

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  3. बहुत सुंदर हाइकू,

    ReplyDelete
  4. बहुत खूब ...
    मन भावन हैं सभी हाइकू ...

    ReplyDelete
  5. बहुत सुंदर हाइकू.....
    बेहतरीन.....
    :-)

    ReplyDelete
  6. sabhi mitro ka tahe dil se abhaar aap sabhi ne apni anmol tipni se sneh ki barish ki hai .

    ReplyDelete
  7. दिल का दिया
    यादों से जगमग
    ख्वाब चुनाई .
    bahut khoob
    rachana

    ReplyDelete

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