१
सुख की धारा
रेत के पन्नो पर
पवन लिखे .
२
दुःख की धारा
अंकित पन्नो पर
डूबी जल में -
-
२
मन पाखी सा
चंचल ये मौसम
सावन आया
३
रात चांदनी
उतरी मधुबन
पिय के संग .
------शशि पुरवार
१९ जुलाई १३
सुख की धारा
रेत के पन्नो पर
पवन लिखे .
२
दुःख की धारा
अंकित पन्नो पर
डूबी जल में -
-
२
मन पाखी सा
चंचल ये मौसम
सावन आया
३
रात चांदनी
उतरी मधुबन
पिय के संग .
4
दिल का दिया
यादों से जगमग
ख्वाब चुनाई .
5
तन्हाईयों में
सर्द यह मौसम
शूल सा चुभा
यादों से जगमग
ख्वाब चुनाई .
5
तन्हाईयों में
सर्द यह मौसम
शूल सा चुभा
------शशि पुरवार
१९ जुलाई १३
बहुत खूबसूरत हाइकु ।
ReplyDeletebahut khoob mala ke motiyon jaise ....
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत मन भवन हाइकु ....!!
ReplyDeleteबहुत अच्छे लगे ...!!
बहुत सुंदर.
ReplyDeleteरामराम.
रोचक और भेदते भाव..
ReplyDeleteबहुत सुंदर हाइकू,
ReplyDeleteबेहतरीन
ReplyDeleteसादर
बहुत खूब ...
ReplyDeleteमन भावन हैं सभी हाइकू ...
बहुत सुंदर हाइकू!
ReplyDeletelatest post हमारे नेताजी
latest postअनुभूति : वर्षा ऋतु
behtreen....
ReplyDeleteबहुत सुंदर हाइकू.....
ReplyDeleteबेहतरीन.....
:-)
sabhi mitro ka tahe dil se abhaar aap sabhi ne apni anmol tipni se sneh ki barish ki hai .
ReplyDeleteसार्थक हाइकु
ReplyDeleteदिल का दिया
ReplyDeleteयादों से जगमग
ख्वाब चुनाई .
bahut khoob
rachana
बहुत सुंदर
ReplyDeleteबहुत सुंदर