१ मन प्रांगन
यादों के बादल से
झरते मोती .
२
धीमा गरल
पीर की है चुभन
खोखला तन
२
पीर जो जन्मी
बबूल सी चुभती
स्वयं की साँसे
३
दिल का दर्द
रेगिस्तान बन के
तन में बसा .
४
दिल के तार
जीवन का श्रृंगार
तुम्हारा प्यार .
५
भीनी खुशबू
सजी गुलदस्ते में
खिले हाइकू .
६
समेटे प्यार
फूलों सा उपहार
हिंदी हाइकू …
बहुत ही सही ... उत्कृष्ट लेखन के लिए आभार
ReplyDeletenmshkar shashi ji badhiya hayku.
ReplyDeleteआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 11/07/2013 के चर्चा मंच पर है
ReplyDeleteकृपया पधारें
सुन्दर रचना
ReplyDeleteवाह !!! बहुत उम्दा, हाइकू लाजबाब लगे ,,,
ReplyDeleteक्या बात, सभी हाइकू एक से बढ़कर एक
ReplyDeleteबहुत सुंदर
कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री असली चेहरा : पढिए रोजनामचा
http://dailyreportsonline.blogspot.in/2013/07/like.html#comment-form
बहुत सुंदर हाइकू शशि जी , आभार
ReplyDeleteयहाँ भी पधारे ,
http://hindihaiga.blogspot.in/2013/07/blog-post_10.html
उम्दा हइकू.... लिखते रहिये ... कभी कभी मेरे ब्लॉग पर भी आते रहिये
ReplyDeleteबेहतरीन हाइकू हैं।
ReplyDeleteपधारिये और बताईये निशब्द
सभी हायकू अच्छे लगे.
ReplyDeleteवाह ... सभी हाइकू लाजवाब हैं ...
ReplyDelete
ReplyDeleteबेहतरीन हाइकू हैं।
आपकी यह बेहतरीन रचना कल दिनांक 12.07.2013 को http://blogprasaran.blogspot.in/ पर लिंक की गयी है। कृपया इसे देखें और अपने सुझाव दें।
ReplyDeleteबहुत ही भावमय व सार्थक हाइकू, आभार.
ReplyDeleteरामराम.