shashi purwar writer
Saturday, April 28, 2012
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
सामाजिक मीम पर व्यंग्य कहानी अदद करारी खुश्बू
अदद करारी खुशबू शर्मा जी अपने काम में मस्त सुबह सुबह मिठाई की दुकान को साफ़ स्वच्छ करके करीने से सजा रहे थे । दुकान में बनते गरमा गरम...
https://sapne-shashi.blogspot.com/
-
मेहंदी लगे हाथ कर रहें हैं पिया का इंतजार सात फेरो संग माँगा है उम्र भर का साथ. यूँ मिलें फिर दो अजनबी जैसे नदी के दो किनारो का...
-
साल नूतन आ गया है नव उमंगों को सजाने आस के उम्मीद के फिर बन रहें हैं नव ठिकाने भोर की पहली किरण भी आस मन में है जगाती एक कतरा धूप भी, ...
-
गेंहू ------- Wheat (disambiguation) गेहूँ लोगो का मुख्य आहार है .खाद्य पदार्थों में गेहूँ का महत्वपूर्ण स्थान है , सभी प्...
linkwith
🏆 Shashi Purwar — Honoured as 100 Women Achievers of India | Awarded by Maharashtra Sahitya Academy & MP Sahitya Academy


बहुत सुंदर प्रस्तुति,..बेहतरीन पोस्ट
ReplyDeleteMY RESENT POST .....आगे कोई मोड नही ....
बहुत सुंदर............
ReplyDeleteमुट्ठी ना ज्यादा कसनी है ना ढीली छोडनी है..............
सकारात्मक सोच लिये बहुत सुंदर और प्रभावी रचना...
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर
कल 29/04/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
हलचल - एक निवेदन +आज के लिंक्स
जीवन का हौसला बढ़ाती बेहतरीन रचना शशि जी...
ReplyDeleteआप यूँ ही लिखती रहें हम सब का हौसला बढ़ता रहे यही दुआ है....
बढिया
ReplyDeleteबहुत खूब लिखा है |
ReplyDeleteआशा
प्रेरक और खूबसूरत रचना
ReplyDeleteजीवन दर्शन को समेटे सार्थक प्रस्तुति !
ReplyDeletesarthak sandesh...
ReplyDeletesundar rachna
ReplyDeleteबहुत गहरी बात कही है आपने शशि जी
ReplyDeleteनंगे पैरों से चलकर बनता है आशियाँ.
ReplyDeleteयह समीक्षा भी जरूरी है समय समय पर सही राह पकडने के लिये. गया वक्त भी दोबारा नहीं आता.
सुंदर प्रस्तुति.
बेहतरीन और शानदार......आखिरी पंक्तियाँ तो कमाल की हैं।
ReplyDeleteये ही जिंदगी हैं
ReplyDeleteसच है जीवन में हिम्मत नहीं छोडनी चाहिए ...कठिनाइयां तो आती रहेंगी सामना जरूरी है ... अच्छी रचना ..
ReplyDeleteआपके पोस्ट पर आना सार्थक हुआ । प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे पोस्ट पर आपका आमंत्रण है । धन्यवाद ।
ReplyDelete