shashi purwar writer
Tuesday, June 9, 2020
बेटियां अनमोल हैं
वक़्त बदल गया है परन्तु फिर भी स्थिति बेहद चिंताजनक है क्यूंकि आज बेटियों की संख्या में कमी पाई गयी है . बेटियों की हत्या कोख में ही कर दी जाती है . यह गलत परंपरा सिर्फ अशिक्षित , निम्न ,और मध्यमवर्गी वर्ग ही नहीं अपितु शिक्षित व उच्चवर्गीय वर्ग भी उसी गलत परंपरा की अर्थी को कन्धा दे रहा है .
- अपने अधिकारों का उपयोग करना चाहिए , अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है यदि आप अन्याय सहते है तो आप भी उतने ही गुनाहगार होते है .
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आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 11.6.2020 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3729 में दिया जाएगा। आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।
ReplyDeleteधन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क
आभार आपका
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