1
वीणा के स्वर
तबले की संगत
मधुर तान .
2स्वर लहरी
जीवन की प्रेरणा
बजी है वीणा .
3स्वर संगीत
तन मन भी झूमे
पीर भी भूले .
4
वाद्य यंत्र से
बिखरा है संगीत
मनमोहक
5
सुर संगम
खिला मन प्रांगन
जीवन मीत.
6
नर्म स्पर्श
ममता का आँचल
शिशु मुस्काए
7
माँ से मायका
पिता जग दर्शन
मार्गदर्शन
8
कभी न भूले
वह स्नेहिल स्पर्श
ननिहाल का .
--------शशि पुरवार
वीणा के स्वर
तबले की संगत
मधुर तान .
2स्वर लहरी
जीवन की प्रेरणा
बजी है वीणा .
3स्वर संगीत
तन मन भी झूमे
पीर भी भूले .
4
वाद्य यंत्र से
बिखरा है संगीत
मनमोहक
5
सुर संगम
खिला मन प्रांगन
जीवन मीत.
6
नर्म स्पर्श
ममता का आँचल
शिशु मुस्काए
7
माँ से मायका
पिता जग दर्शन
मार्गदर्शन
8
कभी न भूले
वह स्नेहिल स्पर्श
ननिहाल का .
--------शशि पुरवार
बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteक्या कहने
उम्दा,बहुत प्रभावी हाइकू प्रस्तुति के लिए बधाई!!!शशि जी
ReplyDeleterecent post : भूल जाते है लोग,
गहन अनुभूति सार्थक अभिव्यक्ति
ReplyDeleteउत्कृष्ट प्रस्तुति
आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
शशि जी बहुत ही सुन्दर मन को गुदगुदाने वाली क्षणिकाएं पढ़ना बहुत ही अच्छा लगा |
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज बुधवार (10-04-2013) के "साहित्य खजाना" (चर्चा मंच-1210) (मयंक का कोना) पर भी होगी!
सूचनार्थ...सादर!
गहन अनुभूति,बेहतरीन सुन्दर हाइकू,सादर धन्यबाद.
ReplyDeleteशशि पुरवार जी!
ReplyDeleteआपके द्वारा पोस्ट किये गये सभी हाइकू बहुत सुन्दर हैं।
2स्वर लहरी
ReplyDeleteजीवन की प्रेरणा
बजी है वीणा ...
वाह ... लाजवाब हैं सभी हाइकू ओर जहां ताल मिल जाए वो तो कमाल के हो जाते हैं हाइकू ...
parivaar ke sabhi sadayon aur mitro ki tahe dil se abhaar
ReplyDeleteलाजवाब हाइकू
ReplyDeleteस्वागत है आपका
मेरे मंच पर भी आपकी प्रतीक्षा है
गुज़ारिश : ''यादें याद आती हैं.....''
वीणा की तान सुनाते हाइकु
ReplyDeleteसुन्दर हाइकू
ReplyDeleteसुन्दर शब्दथाप
ReplyDeleteबहुत सुन्दर संगीतमय हाइकु...
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत हाइकु , नव वर्ष की मंगल कामनाऐ
ReplyDeleteरहे गूँजता
ReplyDeleteसा रे ग म प ध नि
जीवन संगीत ||
बोली तुतली
उड़ उड़ तितली
गया मायका ||
सुंदर हाइकू
सरगम मायका
सुहाने द्वय ||
बेहतरीन रचना
ReplyDeleteपधारें "आँसुओं के मोती"
सभी हाइकू संगीतमय और लाजवाब हैं.
ReplyDeleteअभिनन्दन.
नवरात्रों की बहुत बहुत शुभकामनाये
ReplyDeleteआपके ब्लाग पर बहुत दिनों के बाद आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ
बहुत खूब बेह्तरीन अभिव्यक्ति!शुभकामनायें
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
मेरी मांग
स्वर लहरी-से हाइकु. सभी बहुत सुन्दर और भावपूर्ण, बधाई.
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